“मैं हिंदी हुं!”
भारतमाता का अनमोल गहना हुं,मैं भारत की शान हुं,मैं राष्ट्रभाषा हिंदी हुं… प्रेम की भाषा हुं,एकता की निशाणी हुं,विश्व में...
भारतमाता का अनमोल गहना हुं,मैं भारत की शान हुं,मैं राष्ट्रभाषा हिंदी हुं… प्रेम की भाषा हुं,एकता की निशाणी हुं,विश्व में...